सोमवार, 18 दिसंबर 2017

असंयमित फैशन

यदि हमारे युवक - युवतियाँ अभिनेताओं तथा अभिनेत्रियों के पहनावा, श्रृंगार, मेकअप, फैशन, पैन्ट, बुश्शर्ट, साड़ियों का अंधानुकरण करते रहे तो असंयमित वासना के द्वार खुले रहेंगे। गंदी फिल्में निरन्तर हमारे युवकों को मानसिक व्यभिचार की ओर खींच रही हैं। उनका मन निरन्तर अभिनेत्रियों के रूप, सौन्दर्य, फैशन और नाज - नजरों में भँवर की तरह अटका रहता है। लाखों - करोड़ों न जाने कितने तरुण - तरुणियों पर इसका जहरीला असर हुआ है फिर भी हम इसे मनोरंजन मानते हैं।

👉 एक बात मेरी समझ में कभी नहीं आई

🏳️ध्यान से पढ़ियेगा👇      〰️〰️〰️〰️〰️ एक बात मेरी समझ में कभी नहीं आई कि  ये फिल्म अभिनेता (या अभिनेत्री) ऐसा क्या करते हैं कि इनको एक फिल्म...