गुरुवार, 28 सितंबर 2017

हम मुसलमान नही हिन्दू हैं

हम मुसलमान नही हिन्दू हैं हमने विदेशी आक्रमणकारियों की वजह से मजहब बदला है – पाकिस्तानी एक्टिविस्ट

पाकिस्तान की ह्यूमन राईट एक्टिविस्ट फौजिया सईद खुलेआम कहती हैं कि हम पहले हिन्दू थे और हमने विदेशी आक्रमणकारियों की वजह से अपना मजहब बदल लिया है । परन्तु भारत में जब आरएसएस के प्रमुख मोहन  भागवत जब ये कहते हैं कि “भारत में रहने वाले सभी हिन्दू हैं चाहे वो किसी भी पूजा पद्धति को मानते हो “ तो हमारे देश में ही लोगों को एतराज़ हो जाता है । वोट बैंक की राजनीती के लिए इस देश और भू खंड की संस्कृति को भूलकर मुल्लों के तलवे चाटने वाली पार्टियों को फौजिया सईद जी का ये विडियो जरुर देखना चाहिए ।

बता दें कि फौजिया सईद का जन्म लाहौर में 3 जून 1951 को हुआ था – उन्होंने बहुत सारी किताबें भी लिखी हैं – वे पाकिस्तान हेरिटेज संस्था लोकविर्सा की डायरेक्टर भी हैं  , उनको पाकिस्तान में खुली मानसिकता और सच का साथ देने वाली महिला के तौर पर जाना जाता है , फ़ौज़िया को लगता है अगर पाकिस्तान कश्मीर का राग अलापना छोड़ दे तो भारत की मदद से वो एक समृद्ध देश बन सकता है लेकिन पाकिस्तान चीन के हाथों में खेल रहा है और मजहबी कट्टरपंथी मानसिकता से ग्रस्त है ।

देखें ये विडियो और जाने पाकिस्तान की इस स्कॉलर का सच का क़बूलनामा, जिसको देखकर बड़े बड़े कट्टरपंथियों की बोलती हो जाएगी बंद।




शनिवार, 23 सितंबर 2017

👉 धर्म के लिए मरना बेहतर समझा

🌹 अगर गुरु तेगबहादुर जी नहीं होते तो शायद इस देश में अभी हिन्दू नाम मात्र के लिए भी नहीं बचते थे और हम सभी भी यही कोशिश कर रहे होते कि पुरे संसार का इस्लामीकरण केसे किया जाए?
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🔴 औरंगजेब के शासन काल की बात है. औरंगजेब के दरबार में एक विद्वान पंडित आकर रोज़ गीता के श्लोक पढ़ता और उसका अर्थ सुनाता था, पर वह पंडित गीता में से कुछ श्लोक छोड़ दिया करता था.

🔵 एक दिन पंडित बीमार हो गया और औरंगजेब को गीता सुनाने के लिए उसने अपने बेटे को भेज दिया परन्तु उसे बताना भूल गया कि उसे किन-किन श्लोकों का अर्थ राजा को नहीं बताना. पंडित के बेटे ने जाकर औरंगजेब को पूरी गीता का अर्थ सुना दिया. गीता का पूरा अर्थ सुनकर औरंगजेब को यह ज्ञान हो गया कि प्रत्येक धर्म अपने आपमें महान है किन्तु औरंगजेब की हठधर्मिता थी कि उसे अपने धर्म के धर्म के अतिरिक्त किसी दूसरे धर्म की प्रशंसा सहन नहीं थी.

🔴 औरंगजेब ने सबको इस्लाम धर्म अपनाने का आदेश दे दिया और संबंधित अधिकारी को यह कार्य सौंप दिया. औरंगजेब ने कहा, “‘सबसे कह दो या तो इस्लाम धर्म कबूल करें या मौत को गले लगा लें.” इस प्रकार की ज़बरदस्ती शुरू हो जाने से अन्य धर्म के लोगों का जीवन कठिन हो गया.

🔵 जुल्म से ग्रस्त कश्मीर के पंडित गुरु तेगबहादुर के पास आए और उन्हें बताया कि किस प्रकार ‍इस्लाम को स्वीकार करने के लिए अत्याचार किया जा रहा है, यातनाएं दी जा रही हैं. और उनसे अपने धर्म को बचाने की गुहार लगाई.

🔴 तत्पश्चात गुरु तेगबहादुर जी ने पंडितों से कहा कि आप जाकर औरंगजेब से कह ‍दें कि यदि गुरु तेगबहादुर ने इस्लाम धर्म ग्रहण कर लिया तो उनके बाद हम भी इस्लाम धर्म ग्रहण कर लेंगे और यदि आप गुरु तेगबहादुर जी से इस्लाम धारण नहीं करवा पाए तो हम भी इस्लाम धर्म धारण नहीं करेंगे’. औरंगजेब ने यह स्वीकार कर लिया.

🔵 गुरु तेगबहादुर दिल्ली में औरंगजेब के दरबार में स्वयं गए. औरंगजेब ने उन्हें बहुत से लालच दिए, पर गुरु तेगबहादुर जी नहीं माने तो उन पर ज़ुल्म किए गये, उन्हें कैद कर लिया गया, दो शिष्यों को मारकर गुरु तेगबहादुर जी को ड़राने की कोशिश की गयी, पर वे नहीं माने. उन्होंने औरंगजेब से कहा- ‘यदि तुम ज़बरदस्ती लोगों से इस्लाम धर्म ग्रहण करवाओगे तो तुम सच्चे मुसलमान नहीं हो क्योंकि इस्लाम धर्म यह शिक्षा नहीं देता कि किसी पर जुल्म करके मुस्लिम बनाया जाए.’

🌹 गुरुद्वारा शीश गंज साहिब

🔴 औरंगजेब यह सुनकर आगबबूला हो गया. उसने दिल्ली के चांदनी चौक पर गुरु तेगबहादुर जी का शीश काटने का हुक्म ज़ारी कर दिया और गुरुतेग बहादुर जी ने हंसते-हंसते बलिदान दे दिया. गुरुतेग बहादुर जी की याद में उनके ‘शहीदी स्थल’ पर गुरुद्वारा बना है, जिसका नाम गुरुद्वारा ‘शीश गंज साहिब’ है.

🔵 शर्म कि बात तो ये हे कि आज ओरंगजेब के नाम से अनेको सड़के हे और आज भी चल रही हे

👉 एक बात मेरी समझ में कभी नहीं आई

🏳️ध्यान से पढ़ियेगा👇      〰️〰️〰️〰️〰️ एक बात मेरी समझ में कभी नहीं आई कि  ये फिल्म अभिनेता (या अभिनेत्री) ऐसा क्या करते हैं कि इनको एक फिल्म...